मेष आज का दिन आपके लिए लेनदेन के मामले में अच्छा रहने वाला है। आपको किसी काम को लेकर यदि कोई चिंता सता रही थी, तो आपकी वह चिंता भी दूर होगी। आप अपने खर्चों को लेकर थोड़ा परेशान रहेंगे। यदि आप परिवार के सदस्यों के साथ बैठकर किसी नई योजना को लेकर बातचीत कर.
आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि समाप्त – 16 अक्टूबर, रात 12 बजकर 32 मिनट पर नक्षत्र – चित्रा शुभ समय ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 42 मिनट से 05 बजकर 32 मिनट तक विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 02 मिनट से 02 बजकर 48 मिनट तक गोधूलि मुहूर्त – शाम.
अंक- 1 आज आत्मविश्वास अधिक होगा। आप अपने सकारात्मक विचारों के चलते धन अर्जित कर लेंगे। घर परिवार के कामों पर ध्यान दे पाएंगे। स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें वरना पुरानी बीमारियां परेशान कर सकती हैं। माता-पिता, बच्चों, रिश्तेदारों से सम्बन्ध मजबूत होंगे। अपने काम को नीतिपूर्ण ढंग से पूरा करेंगे। अंक- 2 आप अपनी.
मेष आज का दिन आपके लिए चुनौती पूर्ण रहने वाला है। आप किसी किसी महत्वपूर्ण चर्चा में भी सम्मिलित हो सकते हैं। आप कार्य क्षेत्र में अपनी मेहनत में कोई कमी ना छोड़े, नहीं तो समस्या हो सकती है। नौकरी में कार्यरत लोगों को जिम्मेदारी भरा काम सौंपा जा सकता है, इसलिए आप सावधानी बरतें।.
आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि समाप्त – रात 11 बजकर 24 मिनट पर नक्षत्र – हस्त शुभ समय ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 41 मिनट से 05 बजकर 31 मिनट तक विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 02 मिनट से 02 बजकर 48 मिनट तक गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजे.
कल 14 अक्टूबर दिन शनिवार को पितृ अमावस्या आ रही है। आपको बता दें कि पितृ अमावस्या पितृ पक्ष का आखरी दिन होता है। क्या आप जानते है कि इन दिनों में पितृ अमावस्या का विशेष महत्व माना जाता है। आपको बता दें कि दिन पितरों के लिए विशेष अनुष्ठान होते हैं जो लोग अपने.
नवरात्रि शुरुआत इस साल 15 अक्टूबर दिन रविवार को होने जा रही है। इन दिनों में मां दुर्गा जी के नौ अवतारों की पूजा अर्चना पूरी विधि विधान के साथ की जाती है। माना जाए है कि इन दिनों मां के नौ अवतारों की पूजा करने से बेहद लाभ प्राप्त होता है। लेकिन कुछ लोगों.
15 अक्टूबर दिन रविवार से नवरात्रि का पर्व शुरू होने जा रहा है। मां दुर्गा के भक्तों को इन दिनों का बेहद ही बेसब्री से इंतज़ार रहता है। क्या आप जानते है कि छत्तीसगढ़ में ऐसे बहुत से मंदिर है यहां मां भगवती दुर्गा माता की पूजा अर्चना की जाती है। इसी के साथ नवरात्रि.