मेष आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहने वाला है। आपको परिवार में किसी सदस्य के करियर से संबंधित कोई कठोर फैसला लेना पड़ सकता है। आप उसे भावनाओं में बहकर ना लें, नहीं तो समस्या हो सकती है। आपको व्यवसाय में किसी मामले में सफलता मिलने से आपका मन प्रसन्न रहेगा। प्रेम जीवन जी.
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022 संवत्सर नाम-राक्षस अयन-दक्षिणायण मास-पौष पक्ष-कृष्ण ऋतु-शिशिर वार-गुरुवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-ज्येष्ठा योग (सूर्योदयकालीन)-शूल करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि लग्न (सूर्योदयकालीन)-धनु शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक दिशा शूल-दक्षिण योगिनी वास-पश्चिम गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चंद्र स्थिति-धनु व्रत/मुहूर्त-भद्रा/देवदर्शन.
मेष: हफ्ते की शुरु आत अच्छी होगी। किए जा रहे प्रयासों में सफलता मिलने के संकेत हैं। नौकरी कर रहे जातकों को कार्यस्थल में थोड़ी परेशानी हो सकती है। हफ्ते के मध्य में स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। किसी से भी बहसबाजी से बचें। प्रेम संबंधों के लिए ये हफ्ता मिलाजुला रहनेवाला है। आसपास की किसी.
ईश्वर नाम है उस शक्ति का जो प्रत्यक्ष न होते हुए भी सभी जगह है। पृथ्वी के कण-कण, अणु अणु में ईश्वर की उपस्थिति दर्ज होती है। फिर भी ईश्वर है या नहीं, इसको लेकर समाज आदि काल से ही दो वर्गों में बंटा है-आस्तिक और नास्तिक। आस्तिक ईश्वर की अलौकिक शक्ति को मानते हैं.
अंक 1 घर या कार की मरम्मत या नवीनीकरण आपको परेशान कर सकता हैं। अपने माता-पिता या उनके समान किसी के साथ अपने संबंधों में संतुष्टि महसूस करेंगे। आपके द्वारा प्राप्त ज्ञान आपकी योजना को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। अंक 2 आप अपने उद्देश्य के बारे में अच्छे से जानते हैं और आपको पता.
मेष आज का दिन आपके लिए खर्चा भरा रहने वाला है। आपके बढे़ खर्च को लेकर आपका मन परेशान रहेगा। आप संतान से किसी बात को लेकर नाराज हो सकते हैं, जिसके कारण आप उनसे दूरी बना लेंगे। आपने यदि वाहन चलाते समय लापरवाही बरती, तो उसकी दुर्घटना होने का भय सता रहा है। भाग्य.
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022 संवत्सर नाम-राक्षस अयन-दक्षिणायण मास-पौष पक्ष-कृष्ण ऋतु-शिशिर वार-बुधवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-विशाखा योग (सूर्योदयकालीन)-धृति करण (सूर्योदयकालीन)-गरज लग्न (सूर्योदयकालीन)-धनु शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक दिशा शूल-ईशान योगिनी वास-दक्षिण गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चंद्र स्थिति-वृश्चिक व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/अमृतयोग/प्रदोष व्रत/मास.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनि देव का प्रकोप बहुत ही भयंकर बताया गया है। माना जाट है कि जिस भी इंसान पर शनि देव की बुरी नज़र पड़ जाती है जीवन में उसका कोई भी कार्य सफल नहीं हो पाता और उसे जीवन में बहुत से कष्टों का सामना करना पढ़ता है। साथ हे यह.