आजकल बागेश्वर धाम सरकार मंदिर खूब सूर्खियां बटोर रहा है। जी हां ये वहीं मंदिर हैं, जहां पंडित धीरेंद्र शास्त्री भक्तों की समस्याओं को दूर करने के समाधान बताते हैं। जानें इस मंदिर की कुछ रहस्यमयी बातें। भगवान की कृपा पाने और जीवन को सुखमय बनाने के लिए लोग मंदिर जाते हैं। भगवान के आगे.
हर घर में किसी न किसी शुभ अवसर पर मांगलिक कार्य संपादित किए जाते हैं। मंदिरों में इष्टदेव की आराधना हो या पूजा या फिर वैदिक मंत्रों का पाठ, इन सब में फूलों को जरूर शामिल किया जाता है। इष्टदेव की पूजा के समय उन पर फूल चढ़ा देने मात्र से ही हम पुण्य के.
भारत के पश्चिमी छोर पर गुजरात राज्य में स्थित द्वारिका को कर्मयोगी श्री कृष्ण की राजधानी होने का गौरव प्राप्त है। बिल्कुल समुद्रतट पर जहां अरब सागर की फेनिल लहरें मचलती रहती हैं, द्वारिकापुरी स्थित है। इस छोटे से शहर के मध्य में ऊंचाई पर बना द्वारिकाधीश का मंदिर तथा उस पर फहराती रंगीन पताका.
कुल्लूः देवभूमि के नाम से मशहूर हिमाचल में एक ऐसा मंदिर भी है जहां पर देवी-देवताओं के संसद लगती है। शायद आपको सुनकर यकीन ना हो लेकिन इस संसद में देवी देवता यहां आने वाली विपदा को लेकर निर्णय लेते हैं। यहां पर ना केवल मनुष्य की समस्याएं बल्कि देवी-देवताओं की समस्याओं को लेकर भी.
मंडी : तारारात्रि से लेकर महाशिवरात्रि तक बाबा भूतनाथ का अद्भुत माखन रूपी श्रृंगार किया जा रहा है। छोटी काशी मंडी में 18 वें दिन बाबा भूतनाथ का मुखलिंगेश्वर महादेव के रूप में श्रृंगार किया गया। यह मंदिर आंध्र प्रदेश में स्थित है तथा 10 वीं शताब्दी में पूर्वी गंगा राजाओं द्वारा निर्मित है। यह.
हिन्दू धर्म शुभ कार्य करने को लेकर बहुत से रीति-रिवाज बताए गए है। इसी में से एक है विवाह को लेकर बनाया गया रिवाज। यह बात हम सब जानते है कि मां अपने बेटे के फेरे नहीं देखती। और अक्सर हमने ऐसा होते हुए भी देखा है। यह रीत सदियों से चली आ रही है.
हर इंसान के जीवन में कोई ना कोई समस्या अवश्य होती है जिससे छुटकारा पाने के लिए वह बहुत कुछ करता लेकिन कभी कभी बहुत प्रयास करने के बाद भी इंसान उस समस्या से बहार नहीं आ पाता। क्या आप जानते है कि उपाय एक ऐसा माध्यम है जिसे करने से हम अपने जीवन की.
हर साल महाशिवरात्रि का पर्व बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है। इस साल महाशिवरात्रि 18 फरवरी दिन शनिवार को मनाई जा रही है। महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवन शिव जी की पूजा अर्चना की जाती है। लेकिन बहुत से लोगों.
अंक 1 मरम्मत को अभी टाला नहीं जा सकता। यह समय खिड़कियों, कारों आदि को सुधारने के लिए धन खर्च करने का है । सहकर्मी और भाई बहन आपके जीवन में खास भूमिका निभाएंगे जिससे आपको नेटवर्किंग के अवसर मिलेंगे। अंक 2 उन लोगों के संपर्क में रहें जो अभी सबसे महत्वपूर्ण हैं। कई व्यस्त.
मेष आज का दिन आपके लिए उतार-चढ़ाव भरा रहने वाला है। आपको सुबह से ही किसी अपने रुके हुए कामों को लेकर भागदौड़ बनी रहेगी और कार्यक्षेत्र में आपको एक से अधिक स्रोतों से धन की प्राप्त होती दिख रही है, लेकिन आप कुछ बेवजह की चिंताओं में पड़कर अपने काम से ध्यान हटा सकते.