महाराजा चार्ल्स राजकीय यात्रा पर India जाना करेंगे पसंद : Karan Bilimoria

लंदनः भारतीय मूल के मशहूर कारोबारी लॉर्ड करन बिलिमोरिया ने कहा कि ब्रिटेन के महाराजा चाल्र्स तृतीय राजकीय यात्र पर भारत जाने की इच्छा रखते हैं और इसकी योजना शीघ्र बनाई जानी चाहिए। ब्रिटेन के महाराजा चाल्र्स तृतीय और महारानी कैमिला के राज्याभिषेक समारोह से पहले बिलिमोरिया ने संसद परिसर में वेस्टमिन्टर हॉल में सांसदों.

लंदनः भारतीय मूल के मशहूर कारोबारी लॉर्ड करन बिलिमोरिया ने कहा कि ब्रिटेन के महाराजा चाल्र्स तृतीय राजकीय यात्र पर भारत जाने की इच्छा रखते हैं और इसकी योजना शीघ्र बनाई जानी चाहिए। ब्रिटेन के महाराजा चाल्र्स तृतीय और महारानी कैमिला के राज्याभिषेक समारोह से पहले बिलिमोरिया ने संसद परिसर में वेस्टमिन्टर हॉल में सांसदों के एक समूह से बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें भारत-ब्रिटेन संबंधों का मुद्दा उठाने का अवसर मिला और उन्होंने महाराजा से भारत की यात्र पर जाने के संबंध में विचार करने का अनुरोध किया।

ब्रिटेन में कारोबारी तथा ‘कोबरा बीयर’ के संस्थापक बिलिमोरिया का विचार है कि महाराजा चाल्र्स तृतीय की राजकीय यात्र से द्विपक्षीय संबंधों में तेजी आएगी तथा मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) पर चल रही बातचीत को और गति मिलेगी। लॉर्ड बिलिमोरिया ने कहा, कि ‘मैंने महाराजा चाल्र्स तृतीय से कहा कि हमारी भारत की राजकीय यात्र होनी चाहिए क्योंकि इसका द्विपक्षीय संबंधों पर गहरा प्रभाव पड़ेगा तथा भारत-ब्रिटेन के बीच एफटीए बातचीत में भी तेजी आएगी।’’ उन्होंने कहा, कि ‘ हम जानते हैं कि महाराजा भारत के मित्र हैं और भारत के प्रति गहरा लगाव रखते हैं। उन्होंने कहा कि वह राजकीय यात्र पर भारत जाना पसंद करेंगे और हमें इसकी योजना शीघ्र बनानी चाहिए।’’

इससे पहले महाराजा चाल्र्स तृतीय नवंबर 2019 को भारत गए थे। उस वक्त वह प्रिंस ऑफ वेल्स थे और उन्होंने अपना 71वां जन्मदिन मुंबई में मनाया था।बिलिमोरिया भारत और ब्रिटेन के बीच मजबूत संबंधों के पक्षधर हैं और उन्होंने पिछले वर्ष ब्रिटेन भारत उद्योग कार्यबल बनाने में मदद की थी। उनका यह भी मानना है कि ब्रिटेन में भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की भारत यात्र से भी दोनों देशों के बीच संबंधों को प्रगाढ़ करने में मदद मिलेगी।उन्होंने कहा, कि ‘ प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को बड़ा प्रतिनिधिमंडल लेकर जल्द भारत जाना चाहिए, यह काफी वक्त से लंबित है। ब्रिटेन से भारत के लिए अंतिम प्रतिनिधिमंडल 2016 में गया था, लंबा वक्त हो गया है..।’’

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