अबुजा: नाइजीरियाई सेना ने पिछले हफ्ते में 79 उग्रवादियों और संदिग्ध अपहरणकर्ताओं को मार गिराया गया। यह कार्रवाई पूवरेत्तर में उग्रवादियों के दशकों से चलाए जा रहे विद्रोह और उत्तर-पश्चिम में विभिन्न सश समूहों की ओर से जारी हमलों के जवाब में की गई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नाइजीरियाई सेना के प्रवक्ता एडवर्ड बुबा ने एक बयान में कहा कि सेना ने देशभर में चलाए गए अभियान के तहत 252 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। वहीं उग्रवादियों द्वारा बंधक बनाए गए 67 लोगों को मुक्त कराया गया।
नाइजीरिया के उत्तर-पश्चिम में अपहरण एक आम घटना बन गई है। यहां दर्जनों सश समूह लगातार नागरिकों पर हमले करते रहते हैं। कई पीड़ितों को फिरौती के भुगतान के बाद ही छोड़ा जाता है, जो कभी-कभी हजारों डॉलर तक होती है। गिरफ्तार किए गए लोगों में कच्चे तेल की चोरी से जुड़े 28 संदिग्ध भी शामिल हैं। नाइजीरिया के दक्षिणी हिस्से में तेल की चोरी एक बड़ी समस्या है।
नाइजीरिया एक प्रमुख तेल उत्पादक देश है। तेल की चोरी ने अर्थव्यवस्था और सरकारी आय को बुरी तरह प्रभावित किया है। इसकी वजह से सरकार को सालाना अरबों डॉलर का राजस्व खोना पड़ता है। सेना ने बियाफ्रा के स्वदेशी लोगों के सात संदिग्ध सदस्यों को भी गिरफ्तार किया। यह देश के अशांत दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में एक स्वतंत्र बियाफ्रा राज्य बनाने की मांग करने वाला एक अलगाववादी समूह है।
दक्षिण-पूर्वी नाइजीरिया में अलगाववादी अभियान 1960 के दशक से शुरू हुआ, जब बियाफ्रा गणराज्य ने पश्चिम अफ्रीकी देश से स्वतंत्र होने के लिए 1967 से 1970 तक गृहयुद्ध लड़ा और हार गया। संघर्ष में अनुमानित 1 मिलियन लोग मारे गए, जिनमें से कई भुखमरी से मारे गए। बियाफ्रा गणराज्य को आंशिक रूप मान्यता हासिल थी और यह 1967 से 1970 तक अस्तित्व में रहा।