जीपीएस ट्रैकर कानून प्रवर्तन सैट-अप को बनाएगा मजबूत: डीजीपी स्वैन

जम्मू: पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रश्मि रंजन स्वैन ने कहा है कि जीपीएस ट्रैकर कानून प्रवर्तन सैट-अप को अपराधियों या आतंकवादियों, मुख्य रूप से बार-बार अपराध करने वाले, जमानत पर बाहर की गतिविधियों पर प्रभावी ढंग से निगरानी रखने और अदालत (जमानत) के सख्त अनुपालन को सुनिश्चित करने में सक्षम बनाएगा। डीजीपी जम्मू-कश्मीर में ग्लोबल पोजिशिनंग.

जम्मू: पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रश्मि रंजन स्वैन ने कहा है कि जीपीएस ट्रैकर कानून प्रवर्तन सैट-अप को अपराधियों या आतंकवादियों, मुख्य रूप से बार-बार अपराध करने वाले, जमानत पर बाहर की गतिविधियों पर प्रभावी ढंग से निगरानी रखने और अदालत (जमानत) के सख्त अनुपालन को सुनिश्चित करने में सक्षम बनाएगा। डीजीपी जम्मू-कश्मीर में ग्लोबल पोजिशिनंग सिस्टम (जीपीएस) ट्रैकर (पायल) की शुरु आत के पीछे के तर्क और कानून प्रवर्तन एजैंसियों के लिए इसके महत्व के बारे में बता रहे थे।

इसका कानूनी संदर्भ के साथ-साथ परिचालन संदर्भ भी है। दोनों आपस में जुड़े हुए हैं जहां तक परिचालन संदर्भ का सवाल है, इसका उद्देश्य उन लोगों की निगरानी करना है जो बार-बार अपराध करते हैं, चाहे वह आतंकवाद हो, नशीले पदार्थों की तस्करी या किसी अन्य प्रकार का जघन्य अपराध, जब वे जमानत पर बाहर होते हैं।

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने एसकेआईएमएस आईसीयू में घायल पुलिस इंस्पैक्टर और उनके परिवार से मुलाकात की
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रश्मी रंजन स्वैन ने एडीजीपी कश्मीर विजय कुमार, एसएसपी श्रीनगर आशीष मिश्रा और अन्य क्षेत्राधिकारियों के साथ एसकेआईएमएस आईसीयू में घायल पुलिस इंस्पेक्टर और उनके परिवार से मुलाकात की। अधिकारी की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में पूछताछ करते हुए चिकित्सा अधीक्षक फारूक जॉन ने बताया कि अधिकारी की चिकित्सा स्थिति अभी भी गंभीर है, जो अभी भी जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं। डीजीपी ने बीमार पुलिस अधिकारी को सर्वोत्तम संभव इलाज देने का निर्देश दिया।

डी.जी.पी. स्वैन ने पुलिस अधिकारी के पिता से भी अलग से लंबी बातचीत की और पिता को हर संभव मदद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने घायल इंस्पेक्टर के पिता को सूचित किया कि गृहमंत्री अमित शाह, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्य सचिव डा. अरु ण कुमार मेहता, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) आर.के गोयल और अन्य शीर्ष रैंकिंग अधिकारी हैं रोजाना घायल अधिकारी के स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ कर रहे हैं।

डीजीपी ने परिवार को चिकित्सा संबंधी तात्कालिक खर्चों के लिए 1 लाख रु पये की आर्थिक सहायता सौंपी। डीजीपी ने परिवार को आश्वासन दिया कि सरकार और पुलिस विभाग आवश्यकता पड़ने पर यूटी के बाहर अधिकारी को एयरलिμट करने सहित सभी सहायता प्रदान करेंगे। डीजीपी ने कहा कि हजारों पुलिस कर्मियों और आम नागरिकों की प्रार्थनाएं परिवार के साथ हैं और इसलिए परिवार को बहादुर बने रहना चाहिए।

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