छत्तीसगढ़ के सुकमा-बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र टेकलगुड़ेम गांव में सीआरपीएफ कैंप पर नक्सलियों ने बड़ा हमला कर दिया. इस हमले में 3 जवान शहीद हो गए, जबकि 14 जवान घायल हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उधर, हमले की सूचना मिलने पर फोर्स मौके पर पहुंच गई है और इलाके की घेराबंदी करते हुए हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है।
कोबरा कमांडो की 201वीं बटालियन और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 150वीं बटालियन का एक दल इलाके में अग्रिम अभियान शिविर (एफओबी) स्थापित करने के लिए काम कर रहा था, तभी अपराह्न करीब एक बजे मुठभेड़ शुरू हुई।
एफओबी एक दूरस्थ शिविर है, जिसका उद्देश्य मुख्य नक्सली क्षेत्रों में सक्रिय सुरक्षा बलों को अभियानगत सुविधाएं उपलब्ध कराना है। सीआरपीएफ की ‘कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट एक्शन’ (कोबरा) जंगल में युद्ध अभियान चलाने वाली इकाई है। सूत्रों ने बताया कि कमांडो ने जवाबी कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि घायलों को निकालने के लिए हेलीकॉप्टर बुलाए जा रहे हैं।
सीएम के शपथ लेने से पहले भी हुआ था नक्सली हमला
बता दें कि पिछले साल दिसंबर महीने में छत्तीसगढ़ में सीएम की शपथ से पहले नक्सली हमला हुआ था. 13 दिसंबर 2023 को नक्सलियों ने नारायणपुर में IED ब्लास्ट किया था. इस हमले में एक जवान शहीद हो गया था, जबकि एक अन्य जख्मी हुआ था. यह हमला नारायणपुर में ऐसे वक्त पर हुआ था, जब राजधानी में आयोजित समारोह में विष्णुदेव साय को सीएम पद की शपथ लेनी थी।