मोटे अनाजों को विश्व स्तर पर अलग पहचान देने के लिए केन्द्र सरकार कर रही है प्रयास : सूद

सोनीपत: भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञनिक सलाहकार अजय कुमार सूद ने जल संरक्षण के लिए मोटे अनाज की खेती पर जोर देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि केन्द्र सरकार मोटे अनाजों को विश्व स्तर पर अलग पहचान दिलाने के लिए अनेक प्रयास कर रही है।सूद ने यहां कहा कि विश्व स्तर पर मोटे अनाजों की.

सोनीपत: भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञनिक सलाहकार अजय कुमार सूद ने जल संरक्षण के लिए मोटे अनाज की खेती पर जोर देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि केन्द्र सरकार मोटे अनाजों को विश्व स्तर पर अलग पहचान दिलाने के लिए अनेक प्रयास कर रही है।सूद ने यहां कहा कि विश्व स्तर पर मोटे अनाजों की बहुत अधिक मांग है, इसलिए देश के उद्योगपति और किसान इस क्षेत्र में आगे बढऩे का प्रयास करें ताकि वो आíथक रूप से मजबूत हो सकें।

उन्होंने कहा कि मोटे अनाज मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए तो फायदेमंद है ही, इसकी खेती से पानी की बचत भी सबसे अधिक होती है, इसलिए किसान जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए मोटे अनाजों की खेती करें। सूद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से ही आज पूरा विश्व 2023 को मोटा अनाज वर्ष के रूप में मना रहा है।राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान में मोटा अनाज पर आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सूद इसमें बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुये।

सूद ने कहा कि प्रत्येक मोटे अनाज का अपना महत्व है, जैसे बाजरा, कैल्शियम से भरा होता है, ज्वार में पोटेशियम और फास्फोरस होता है, कंगनी में फाइबर होता है जबकि कोदो आयरन से भरपूर होता है, इसलिए हमें सभी तरह के मोटे अनाज का सेवन करना चाहिए।

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