युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बने बागवान भगत ठाकुर, विदेशी किस्म के सेब नर्सरी में उगाकर कायम की मिसाल

रोहड़ू : रोहड़ू उप मंडल के अढाल गांव के रहने वाले 72 साल के भगत सिंह ठाकुर क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने गए हैं। भगत ठाकुर जहां 72 साल की उम्र बहतरीन सेब बागवानी करते हैं, वही विदेशी किस्म सेब पौध नर्सरी उगाकर क्षेत्र के बागवानों के लिए मिसाल पेश कर रहे.

रोहड़ू : रोहड़ू उप मंडल के अढाल गांव के रहने वाले 72 साल के भगत सिंह ठाकुर क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने गए हैं। भगत ठाकुर जहां 72 साल की उम्र बहतरीन सेब बागवानी करते हैं, वही विदेशी किस्म सेब पौध नर्सरी उगाकर क्षेत्र के बागवानों के लिए मिसाल पेश कर रहे हैं। उनकी इस लग्न व मेहनत देख कर क्षेत्र के युवा बागवानी की तरफ प्रेरित होकर इस काम को अपनाने लगे हैं। भगत ठाकुर ने जहां अपनी जमीन पर बहतरीन विदेशी तकनीक से बागीचा तैयार कर रखा है। वहीं वे मेहनत से हर साल करीब पांच हजार बाक्स सेब विदेशी किस्म के पैदा करते हैं। भगत ठाकुर सिर्फ यही तक नहीं रूकते, वे विदेशों से नई किस्मों के पौध मंगाकर सेब नर्सरी उगाकर क्षेत्र के बागवानों को फायदा पहुंचा रहे हैं।

बागवान भगत सिंह हर साल पचास से साठ हजार नर्सरी विकसित कर बेचते हैं । उनकी इस लगन सेब बागवानी में फायदा देखकर इस पेशे को अन्य बागवान भी अपना रहे हैं। भगत ठाकुर 72 साल की उम्र मे हर वक्त अपने बागीचे वे नर्सरी में काम करते नजर आते हैं। उनके साथ कुछ युवा भी ये काम सीख रहे हैं। भगत ठाकुर का मानना है कि युवाओं को अगर नशे से दूर रखना है , उन्हें बागवानी के साथ जोड़ना होगा।

युवा बागवान जिंटा व जयंत अतरेटा ने कहा कि भगत ठाकुर उनके प्ररेणा स्त्रोत हैं, इनसे उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। वे लंबे समय से इनके साथ काम कर रहे हैं। इनकी लगन व हिम्मत देखने लायक है। बागबान भगत ठाकुर ने कहा कि हर आदमी बागवानी में आगे आए खास तौर युवाओं को ये पेशा अपनाना चाहिए। युवाओं को नशे से दूर रहना चाहिए। उन्होंने नर्सरी में कई तरह की विदेशी वराईटियां तैयार की है। उनका एक शोक है जो भी नई किस्म विदेशों से आती है, वे उसे नर्सरी मल्टीपलाई करते रहते हैं। उन्होंने युवाओं से आग्रह कि वे बागवानी से जुड़े व नशे से दूर रहे। बागवानी आप को अच्छा भविष्य देगी।

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