रामपुर बुशहर में जिला स्तरीय फाग मेले के लिए देव आगमन हुआ शुरू, सांसद Pratibha Singh कर रही देवी-देवताओं का स्वागत

रामपुर बुशहर (मीनाक्षी) : हिमाचल प्रदेश शिमला जिले के रामपुर बुशहर में जिला स्तरीय फाग मेले के लिए देव आगमन शुरू हो चुका है। उनके स्वागत के लिए यहां पर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद की अध्यक्ष और पार्षद मौजूद रहे। राजदरबार की और से सांसद प्रतिभा सिंह के साथ नगर परिषद के.

रामपुर बुशहर (मीनाक्षी) : हिमाचल प्रदेश शिमला जिले के रामपुर बुशहर में जिला स्तरीय फाग मेले के लिए देव आगमन शुरू हो चुका है। उनके स्वागत के लिए यहां पर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद की अध्यक्ष और पार्षद मौजूद रहे। राजदरबार की और से सांसद प्रतिभा सिंह के साथ नगर परिषद के सदस्यों द्वारा सभी देवी-देवताओं का स्वागत किया जा रहा है। जानकारी देते हुए नगर परिषद की अध्यक्ष प्रीति कश्यप ने बताया की 25 देवी-देवताओं को फाग मेले के लिए निमंत्रण दिया गया है, जिसको लेकर वीरवार से देवी देवताओं का आना शुरू हो गया है। शाम तक सभी देवी-देवता राज दरबार में पहुंचेगे। इन सभी देवताओं का स्वागत नगर परिषद द्वारा किया जा रहा है।

अभी तक दरबार में 12 के करीब देवी-देवता पहुंच चुके हैं। वहीं उन्होंने बताया कि कल बाजार से होकर शोभा यात्रा का आयोजन किया जाएगा। सभी देवलु अपने देवताओं के साथ बाजार से होकर भाग लेंगे। इस बार फाग मेले को अधिक आकर्षित बनाने के लिए बाजार से लेकर शोभा यात्रा में जो देवलु पारम्परिक भेषभूषा में बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे उन्हें नगर परिषद द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

वही इस दौरान राजपरिवार की और से दरबार में एमपी व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षा प्रतिभा सिंह भी मौजूद है जो आने वाले देवताओं के स्वागत के लिए मौजूद है। प्रतिभा सिंह भी सभी देवताओं का स्वागत कर रही है और उनका आशिर्वाद ले रही है। वहीं बता दें की हिमाचल प्रदेश देवी-देवताओं की भूमि है। यहां लोगों की देवी-देवताओं के प्रति अटूट आस्था है। हिमाचल में आयोजित होने वाले विभिन्न मेलों से भी देवी-देवताओं का संबंध है। इसी तरह रामपुर बुशहर का फाग मेला एक ऐतिहासिक मेला है।

यह मेला रामपुर में राजाओं के काल से आयोजित किया जा रहा है। यह मेला बसंत आगमन को लेकर आयोजित किया जाता है। होली के दिन शाम के समय यहां पर 3 दजात देवता पहुंचते हैं, जो होलिका का दहन करने के बाद दूसरे दिन से फाग मेले का आयोजन किया जाता है। पहले राज दरबार में राजाओं द्वारा इस परंपरा का निर्वहन किया जाता था। उसी समय से यह परंपरा आज भी चलती आ रही है, लेकिन अब इसका विधिवत रूप से इस कार्य का शुभारंभ नगर परिषद रामपुर द्वारा किया जाता है।

वहीं इसको लेकर एसडीएम रामपुर निशांत तोमर ने बताया इस पारंपरिक व ऐतिहासिक मेले का सभी आनंद उठाएं। उन्होंने बताया कि देव परंपरा से जुड़ी हमारे लोक संस्कृति है। इसमें भाग लेना वह बनाए रखना हमारी जिम्मेवारी है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि इस मेले में आएं और देवी देवताओं का आशीर्वाद लें। उन्होंने बताया कि जो भी देव समाज से जुड़े लोग यहाँ पर आएंगे उनका यहाँ आने पर स्वागत है। इसी को लेकर उन्होंने लोगों से यह भी अपील की है कि वह सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने बताया कि अपने समाज को साफ सुथरा बनाए रखना बेहद जरुरी है।

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