रामपुर बुशहर में जिला स्तरीय ऐतिहासिक व पारम्परिक मेले का हुआ समापन

रामपुर बुशहर (मीनाक्षी) : रामपुर बुशहर में आयोजित एतिहासिक व पारम्परिक जिला स्तरीय फाग मेले का आज समापन हो चुका है। मेले में शामिल हुए 23 देवी-देवता लोगों को सुख समृद्धि का आशीर्वाद देकर वापस अपने घरों को लौट गए हैं। चार दिवसीय इस मेले की वजह से पूरा रामपुर देवी-देवताओं के आगमन की वजह.

रामपुर बुशहर (मीनाक्षी) : रामपुर बुशहर में आयोजित एतिहासिक व पारम्परिक जिला स्तरीय फाग मेले का आज समापन हो चुका है। मेले में शामिल हुए 23 देवी-देवता लोगों को सुख समृद्धि का आशीर्वाद देकर वापस अपने घरों को लौट गए हैं। चार दिवसीय इस मेले की वजह से पूरा रामपुर देवी-देवताओं के आगमन की वजह से भक्तिमय बना रहा हैं। मेले में शामिल हुए लोग अपने-अपने इष्ट देवताओं के सामने नतमस्तक हुए और उनका आशिर्वाद लिया।

रविवार को सुबह से ही राज दरबार में देवी-देवताओं का नाच-गान सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा हैं। मेले के अंतिम दिन राजदरबार में भारी जनसमूह उमड़ा। मेले में कुल्लू जिले के देवी-देवताओं के देवलु अपनी पारंपरिक वेश-भूषा में ढोल नगाड़ों की थाप पर खूब झूमे। वहीं, शिमला के देवलु भी जमकर नाचे। पूरे दिन राज दरबार में नाटियों का दौर चलता रहा।

वहीं रामपुर फाग मेले में आए देवी-देवताओं को नगर परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा फाग मेले में शामिल हुए सभी देवी-देवताओं को नजराना देकर उन्हें विदा किया। वहीं, देवी-देवता भी रामपुरवासियों को सुख समृद्धि का आशीर्वाद देकर अपने अपने स्थान पर लौट गए। वहीं, फाग मेले में नृत्य में बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों को भी नगर परिषद की ओर से सम्मानित किया गया। वहीं इस बार देवी-देवताओं का आशीर्वाद लेने के लिए काफी लाेगाें की भीड़ उमड़ी। वहीं बता दें, की यह एतिहासिक व पारम्परिक मेला चार दिवसीय मेला है। यह मेला देव परम्परा से जुड़ा मेला है, जिसे यहां पर बढ़ें ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

- विज्ञापन -

Latest News