शहीदों ने दी Palampur को विशेष पहचान : आशीष बुटेल

पालमपुर (जसवंत कठियाल) : परमवीर चक्र शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा की 49वीं जयंती पर शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर में अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि मुख्य संसदीय सचिव, शहरी विकास एवं शिक्षा आशीष बुटेल ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के पिता जी. एल..

पालमपुर (जसवंत कठियाल) : परमवीर चक्र शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा की 49वीं जयंती पर शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर में अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि मुख्य संसदीय सचिव, शहरी विकास एवं शिक्षा आशीष बुटेल ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के पिता जी. एल. बत्रा और माता कमल कांत बत्रा ने की। इस अवसर पर अशोक चक्र शहीद मेजर सुधीर वालिया की बहन आशा अहलूवालिया , प्रवीण अहलूवालिया, शहीद कैप्टन सौरव वालिया के पिता डॉ. एन के कालिया विशेष रूप में उपस्थित रहे। मुख्यतिथि ने इस अवसर पर शहीदों कैप्टन विक्रम बत्रा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की हैं।

इस अवसर पर आशीष बुटेल ने कहा कि पालमपुर को पहचान यहां के वीर सपूतों ने अपने अदम्य साहस और सौर्य गाथा से मिली है। उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि पालमपुर के वीर सपूत मातृभूमि की रक्षा के लिये देश में पहला परमवीर चक्र शहीद मेजर सोम नाथ शर्मा को दिया गया। पालमपुर के शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा को कारगिल युद्ध में अदम्य साहस का परिचय देते हुए वीरगति प्राप्त करने के लिये परमवीर चक्र से नवाजा गया। पालमपुर से ही सम्बन्धित शहीद मेजर सुधीर वालिया को शांति काल में अदम्य साहस का परिचय देते हुए वीरगति प्राप्त करने के लिये सर्वोच्च सम्मान अशोक चक्र से नवाजा गया। कारगिल युद्ध के अभिमन्यू के रूप में कैप्टन सौरव कालिया ने अदम्य साहस का परिचय देकर वीरगति को प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त कई वीर सपूतों ने मातृभूमि की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।

आशीष ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से 400 से अधिक लोगों ने जान गवाई और सैंकड़ों लोगों को सम्पति का भारी नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने आपदा के दौर में प्रदेश में कार्यक्रमों के आयोजन पर रोक लगाई है। उन्होंने कहा कि शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा की जयंती के आयोजन के लिये मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन्हें आदेश दिये कि अमर शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा जयंती का आयोजन प्रदेश के लिये महत्वपूर्ण कार्यक्रम है और यह आयोजन उन्हें याद करने का दिन है।

सीपीएस ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में संवेदनशील सरकार जनकल्याण के ध्येय से कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही शिक्षा विभाग में 6 हजार से अधिक पद भरे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में हर 6 माह में रोजगार मेलों तथा कैरियर कॉउंसलिंग का आयोजन करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर में बीबीए/बीसीए सेल्फ फाइनेंस भवन के तैयार होने के उपरांत यहां एमबीए/एमसीए की कक्षाओं को भी आरम्भ करने के प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 30 सितम्बर तक महाविद्यालय मैदान का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से पालमपुर कॉलेज में छात्रों को बेहतर शिक्षा के लिये कार्य करेंगे। इस अवसर पर बुटेल ने रक्तदान करने वाले छात्रों का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा रक्तदान भी जनसेवा का महान कार्य है और शहीद की जयंती पर रक्तदान उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है। इससे पहले महाविद्यालय की प्रधानाचार्य प्रज्या मिश्रा ने शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में पधारने पर अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष त्रिलोक चन्द, मेयर नगर निगम पूनम बाली, उपमहापौर अनीश नाग, पार्षद राधा सूद, कमलेश कुमारी, दिलबाग सिंह, शशि राणा, अमित शर्मा, निशा राज, निशा देवी, विनय कुमार, सचिव कांग्रेस संतोष कुमार, बीडीसी सदस्य आशीष कुमार सहित महाविद्यालय के छात्र, प्राध्यापक और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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