केंद्र सरकार को प्राथमिकता के आधार पर माननी चाहिए किसानों की मांगें : Sukhdev Singh Dhindsa

उन्होंने कहा कि यह मुद्दा अब सिर्फ किसानों की मांगों तक ही सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह मुद्दा देश की एकता का मुद्दा बन गया है।

चंडीगढ़ : शिरोमणि अकाली दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा ने केंद्र सरकार से किसानों की मांगों पर प्राथमिकता के आधार पर विचार करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा अब सिर्फ किसानों की मांगों तक ही सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह मुद्दा देश की एकता का मुद्दा बन गया है। इसलिए केंद्र सरकार को तुरंत किसानों से बातचीत कर उनकी उचित मांगों को स्वीकार करना चाहिए ताकि देश में शांति और भाईचारा कायम रह सके।

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हरियाणा की सीमाओं पर निहत्थे किसानों पर जो अत्याचार हो रहा है, वह अमानवीय है। हरियाणा पुलिस की कार्रवाई में पंजाब के एक युवक की मौत हो गई है जबकि कई किसान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। ढींडसा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से हरियाणा पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है।

ढींडसा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी किसानों पर हो रहे अत्याचार को तुरंत रोकने को कहा है। उन्होंने आगे कहा कि शिरोमणि अकाली दल (यूनाइटेड) ने हमेशा किसानों और मजदूरों के अधिकारों के लिए आवाज उठाई है। किसान आंदोलन में भी पार्टी ने किसान संगठनों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया और किसानों की मांगों का पुरजोर समर्थन किया और आगे भी पार्टी इसी तरह किसानों का समर्थन करती रहेगी। ढींढसा ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन करना हर किसी का लोकतांत्रिक अधिकार है। इसलिए केंद्र और किसी अन्य राज्य को अपने नागरिकों से यह अधिकार नहीं छीनना चाहिए। केंद्र को किसानों की मांगों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

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