कमिश्नरेट पुलिस ने फर्जी CBSE और Open School सर्टिफिकेट बनाने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़

पुलिस ने स्कूल प्रिंसिपल समेत एक अन्य व्यक्ति को 600 से अधिक फर्जी सर्टिफिकेट के साथ किया गिरफ्तार : सीपी स्वपन शर्मा

जालंधर (पंकज) : पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा के नेतृत्व में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने फर्जी सीबीएसई और ओपन स्कूल सर्टिफिकेट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि शहर में एक गिरोह सक्रिय है, जो फर्जी सीबीएसई और ओपन स्कूल सर्टिफिकेट बनाने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोनों व्यक्तियों की पहचान अनुराग डाबर पुत्र राम प्रकाश निवासी बी-46 न्यू विनय नगर लंबी गांव जालंधर और राघव चड्ढा पुत्र नरेश चंद्र निवासी एनडी-193/ओ 11 मोहल्ला फ़तेहपुरी टांडा रोड जालंधर के रूप में हुई है। स्वपन शर्मा ने कहा कि उनके खिलाफ 18-01-2024 को पुलिस स्टेशन डिवीजन 8 जालंधर में 465,467,468,471,420 आईपीसी, 66डी आईटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

पुलिस आयुक्त ने बताया कि यह गिरोह बहुत ही नापाक तरीके से काम करता था और बड़े पैमाने पर फर्जी सर्टिफिकेट बनाने का काम करता था। स्वपन शर्मा ने बताया कि पुलिस ने तलाशी के दौरान आरोपियों के कब्जे से एक प्रिंटर सहित एक कंप्यूटर सेट और करीब 600 फर्जी प्रमाणपत्र बरामद किए हैं। इस गिरोह के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि अनुराग डाबर, जो एक निजी स्कूल का प्रिंसिपल है, छात्रों से डेटा इकट्ठा करता था और इसे दूसरे आरोपी राघव को भेजता था।

स्वपन शर्मा ने कहा कि राघव कंप्यूटर का उपयोग कर डेटा से फर्जी प्रमाणपत्र तैयार करता था और उसे महंगे दामों पर बेचता था। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि यह गिरोह इन प्रमाणपत्रों को 20,000 रुपए से लेकर 25,000 रुपए तक की कीमत पर बेचता था। उन्होंने कहा कि मामले की आगे की जांच जारी है और अधिक जानकारी बाद में साझा की जाएगी।

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