राज्यपाल Banwari Lal Purohit ने प्रतिभाशाली छात्रों को दिए 20 लाख रुपये की छात्रवृत्ति और प्रशंसा प्रमाण पत्र

चंडीगढ़: पंजाब के राज्यपाल और यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक श्री बनवारी लाल पुरोहित ने समाज के वंचित वर्गों के बीच शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ‘सुविधावंचित प्रतिभाशाली युवा सशक्तिकरण सोसायटी’ के अध्यक्ष के रूप में, पंजाब और यू.टी. चंडीगढ़ के कक्षा 8वीं और 10वीं के 300 मेधावी छात्रों को 20 लाख रुपये की छात्रवृत्ति और प्रशंसा प्रमाण पत्र वितरित किए।

इस पहल का उद्देश्य अनुकरणीय शैक्षणिक प्रदर्शन करने वाले सरकारी स्कूलों के उत्कृष्ट छात्रों को मान्यता देना और उनका समर्थन करना है। वर्ष 2006 में पंजाब के तत्कालीन राज्यपाल द्वारा स्थापित यह सोसायटी विभिन्न कारणों से कुछ वर्षों के बाद निष्क्रिय हो गई थी।

लेकिन राज्यपाल पुरोहित ने समाज के कमजोर वर्गों के प्रतिभाशाली छात्रों को सशक्त बनाने के अपने मिशन को जारी रखने के लिए इस सोसायटी को पुनर्जीवित करने का एक सक्रिय कदम उठाया है। गवर्निंग बॉडी की बैठक में शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के दौरान 8वीं और 10वीं कक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया गया।

पूरे क्षेत्र में व्यापक पहुंच सुनिश्चित करते हुए कुल 300 छात्रों का चयन किया गया, जिनमें 75 प्रतिशत पंजाब से और 25 प्रतिशत यू.टी. चंडीगढ़ से थे। छात्रवृत्ति वितरण समारोह का आयोजन पंजाब राजभवन में हुआ, जहां राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने व्यक्तिगत रूप से उत्साह से भरे छात्रों को छात्रवृत्ति और प्रमाण पत्र प्रदान किए। छात्रवृत्ति वितरण का विवरण इस प्रकार हैः

  • 8वीं कक्षाः 200 छात्रों को 5-5 हजार रूपये
  • 10वीं कक्षाः 100 छात्रों को 10-10 हजार रूपये

अस अवसर पर 20 लाख रूपये की कुल छात्रवृत्ति राशि वितरित की गई जो सुविधाओं से वंचित प्रतिभाशाली युवाओं की शैक्षिक आकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रत्येक छात्रवृत्ति के साथ छात्रों की असाधारण उपलब्धियों को मान्यता देते हुए माननीय राज्यपाल द्वारा व्यक्तिगत रूप से हस्ताक्षरित प्रशंस प्रमाण पत्र भी वितरित किये गये।

समारोह के दौरान अपने संबोधन में, राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने सशक्तिकरण के एक साधन के रूप में शिक्षा के महत्व पर जोर दिया और छात्रों को अपनी शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्टता के लिए प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने चरित्र निर्माण, समय प्रबंधन, ईमानदारी, दयालुता, सहानुभूति, सच्चाई और जीवजंतुओं के प्रति करुणा के गुणों को विकसित करने के महत्व के बारे में भी विस्तार से बात की।

अन्य लोगों के अलावा, इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख लोगों में पंजाब के राज्यपाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव, श्री के शिवा प्रसाद, पंजाब के प्रमुख सचिव शिक्षा श्री केके यादव, सचिव शिक्षा, चंडीगढ़, श्रीमती हरगुनजीत कौर और सचिव पंजाब रेड क्रॉस, श्री शिव दुलार सिंह ढिल्लों शामिल थे।

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