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आज का पंचांग 26 दिसंबर: देखिये मंगलवार का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

पंचांग के अनुसार, आज पूर्णिमा तिथि सुबह 06 बजकर 05 मिनट तक रहेगी।ऋतु – शिशिरचन्द्र राशि- वृषभ सूर्योदय और सूर्यास्त का समयसूर्योदय – सुबह 07 बजकर 11 मिनट परसूर्यास्त – शाम 05 बजकर 31 मिनट परचंद्रोदय – शाम 04 बजकर 45 मिनट पर शुभ मुहूर्तअमृत काल – दोपहर 01 बजकर 18 मिनट से 02 बजकर.

राशिफल: इन राशि वालों को आज मिलेगा धन कमाने का सुनेहरा मौका, जानिए क्या है आपकी राशि है हाल

मेषआज का दिन आपके लिए किसी नये वाहन की खरीदारी के लिए रहेगा। आपको अपने आसपास में हो रहे वाद-विवाद में पड़ने से बचना होगा नहीं तो वह कानूनी हो सकता है। आप किसी अपरिचित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें, नहीं तो वह आपका कोई नुकसान करा सकता है। परिवार के सदस्यों के साथ आप.

हुक्मनामा श्री हरिमंदिर साहिब जी 26 दिसंबर 2023

रागु बिलावलु महला ५ घरु २ यानड़ीए कै घरि गावणाੴ सतिगुर प्रसादि ॥ मै मनि तेरी टेक मेरे पिआरे मै मनि तेरी टेक ॥ अवर सिआणपा बिरथीआ पिआरे राखन कउ तुम एक ॥१॥ रहाउ ॥ सतिगुरु पूरा जे मिलै पिआरे सो जनु होत निहाला ॥ गुर की सेवा सो करे पिआरे जिस नो होइ दइआला.

Merry Christmas: जानिए क्यों मनाया जाता है क्रिसमस और कैसे हुई इसकी शुरुआत

नव वर्ष का इंतज़ार सभी को बहुत ही बेसबरी से रहता है। नया साल शुरू होने से पांच दिन पहले आज क्रिसमस का त्योहार मनाया जा रहा है। इस त्यौहार को सभी लोग बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। क्रिसमस को बड़ा दिन भी कहते हैं। क्या आप जानते है कि क्रिसमस क्यों मनाया जाता.

जानिए 25 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक का साप्ताहिक राशिफल

मेष: इस सप्ताह मेष राशि के जातकों को पुरानी किसी समस्या का समाधान मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में इस हफ्ते आपको अच्छे लाभ मिल सकते हैं, हालांकि आपके ऊपर काम का दवाब अधिक बना रह सकता है। इस हफ्ते धन से जुड़ी समस्याएं आपकी कम हो सकती हैं तथा आपकी आय में वृद्धि के योग.

क्या आप जानते है इस तरह जप-तप करने से प्रसन्न होती हैं मां त्रिपुर भैरवी

महाविद्याओं में छठवें स्थान पर विद्यमान त्रिपुर- भैरवी, संहार तथा विध्वंस की पूर्ण शक्ति है। त्रिपुर शब्द का अर्थ है, तीनों लोक ‘‘स्वर्ग, विश्व और पाताल’’ और भैरवी विनाश के एक सिद्धांत के रूप में अविस्थत हैं, तात्पर्य है तीन लोकों में सर्व नष्ट या विध्वंस कि जो शक्ति है, वह भैरवी है। इनके ध्यान.

एक ऐसा मंदिर जहां चढ़ाया जाता है कैदियों द्वारा बनाया गया पुष्प मुकुट

अपने समयकाल में रावण ने शिव भगवान की घोर तपस्या की थी, यह बात आज भी हजारों वर्षों बाद आम जन के मुंह पर है। शिव की ही कृपा थी कि रावण ने इतनी अतुलित बल सम्पदा एकत्रित कर ली थी कि उसने नौ ग्रहों तक को अपने बस में कर रखा था। एक बार.

जानिए त्रिदेवों के अंशावतार भगवान दत्तात्रेय जी के बारे में

दत्तात्रेय जयंती मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की दशमी को मनाई जाती है। पुराणों के अनुसार दत्तात्रेय के तीन सिर व छ: भुजाएं थीं। ये त्रिदेवों के अंश माने जाते हैं। दत्तात्रेय अपनी बहुज्ञता के कारण पौराणिक इतिहास में विख्यात हैं। इनके जन्म की कथा बड़ी विचित्र है। कथा : एक बार नारद मुनि, भगवान शंकर, विष्णु.

हुक्मनामा श्री हरिमंदिर साहिब जी 25 दिसंबर 2023

सलोक ॥मन इछा दान करणं(ग) सरबत्र आसा पूरनह ॥ खंडणं(ग) कलि कलेसह प्रभ सिमरि नानक नह दूरणह ॥१॥ हभि रंग माणहि जिसु संगि तै सिउ लाईऐ नेहु ॥ सो सहु बिंद न विसरउ नानक जिनि सुंदरु रचिआ देहु ॥२॥ पउड़ी ॥ जीउ प्रान तनु धनु दीआ दीने रस भोग ॥ ग्रिह मंदर रथ असु दीए.

आज का पंचांग 23 दिसंबर: देखिये शनिवार का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

पंचांग- 23 दिसंबर 2023 विक्रम संवत – 2080, अनलाशक सम्वत – 1945, शोभकृतपूर्णिमांत – मार्गशीर्षअमांत – मार्गशीर्ष तिथिशुक्ल पक्ष एकादशी – 07:11 ए एम तक नक्षत्रभरणी – 09:19 पी एम तक सूर्य और चंद्रमा का समयसूर्योदय – 7:13 AMसूर्यास्त – 5:23 PMचन्द्रोदय – 2:27 PMचन्द्रास्त – 4:29 AM अशुभ कालराहू – 09:45 ए एम से.
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