गोरखपुर और पूर्वांचल विश्वविद्यालय में नये कुलपतियों की नियुक्ति

लखनऊः उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में नये कुलपतियों की नियुक्ति की है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। राजभवन से जारी एक बयान में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल, डॉ. सुधीर महादेव बोबडे ने बताया कि राज्यपाल एवं राज्य के.

लखनऊः उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में नये कुलपतियों की नियुक्ति की है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। राजभवन से जारी एक बयान में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल, डॉ. सुधीर महादेव बोबडे ने बताया कि राज्यपाल एवं राज्य के विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रोफेसर पूनम टंडन को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर का कुलपति नियुक्त किया है। प्रो. पूनम टंडन की नियुक्ति कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष की अवधि के लिए की गई है। बोबडे ने बताया कि राज्यपाल पटेल ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज की प्रोफेसर वंदना सिंह को वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर का कुलपति नियुक्त किया है। प्रो. वंदना सिंह की नियुक्ति कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष की अवधि के लिए की गई है।

गौरतलब है कि दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के सदस्यों, छात्रों ने फीस वृद्धि, परीक्षा कार्यक्रम तथा छात्रावास आवंटन में व्याप्त कथित अनियमितताओं के खिलाफ 21 जुलाई को विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान कुलपति और विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से बातचीत की कोशिश की थी, लेकिन बात बिगड़ गई और कुछ छात्रों ने कुलपति और अन्य अधिकारियों पर कथित रूप से हमला कर दिया तथा दफ्तर में तोड़फोड़ की।

इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ था। इस संबंध में 22 जुलाई को 22 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद से कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह के खिलाफ अभाविप के सदस्य आंदोलन कर रहे थे। सूत्रों ने बताया कि प्रोफेसर राजेश सिंह का कार्यकाल चार सितंबर को समाप्त हो रहा है।

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