बदलते मौसम अर्थात बेजान त्वचा। बदलता मौसम हमारी कोमल त्वचा पर गहरा प्रभाव डालता है। गर्मी की वजह से हमारी त्वचा पर कुछ ज्यादा ही असर पड़ता है। त्वचा सूखकर फटने लगती है और शुष्क होने के बाद त्वचा पर खुजली भी होने लगती है। धूप से भी त्वचा झुलसकर सांवली पड़ जाती। इस मौसम में हमें अपनी त्वचा की सामान्य देखभाल तो करनी ही चाहिए, साथ ही चेहरे और शरीर के कुछ भागों, जैसे होंठ, कोहनी, एड़ियां इत्यादि पर भी विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। चंद सावधानियों से आप पा सकती हैं सर्दी के मौसम में भी कमनीय, कोमल और सुंदर त्वचा। तो इन्हें आजमाएं और कोमल दमकते हुए त्वचा पाएं ।
एक बड़ा चम्मच जौ के आटे में चुटकी भर हल्दी तथा थोड़ा सा तिल का तेल मिलाकर उबटन बनाएं। इसे त्वचा पर 10 मिनट तक लगा रहने दें। उसके बाद गुनगुने पानी से धो लें। आपकी सूखी त्वचा भी कोमल बन जाएगी।
संतरे की फांकों को दो बडे चम्मच पानी में उबालकर ठंडा कर छान लें और इसे अपनी त्वचा पर 10 मिनट तक लगा रहने दें। अब गुनगुने पानी से स्नान कर लें।
चीकू के गूदे को 20 मिनट तक त्वचा पर मलकर रखें। फिर गुनगुने पानी से धो लें। त्वचा अनोखी आभा से खिल उठेगी।
नींबू का रस, ग्लिसरीन तथा गुलाब जल को बराबर मात्रा में मिलाकर शरीर के खुले भागों पर लगाएं। इससे त्वचा चमक उठेगी और त्वचा का फटना भी रूक जाएगा।
सर्दियों में हमेशा गुनगुने पानी का प्रयोग करें क्योंकि ठंडा पानी त्वचा तक आक्सीजन को पहुंचने में बाधा उत्पन्न करता है।
त्वचा की खुश्की दूर करने के लिए गुलाब जल में जैतून के तेल की कुछ बूंदें और थोड़ा सा कच्चा दूध मिलाएं। इसे हल्के हाथों से त्वचा पर मलें। 10 मिनट बाद गुनगुने पानी से स्नान कर लें।
गाजर और टमाटर का रस निकालकर चेहरे पर लगाएं। सूख जाने के बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।
होंठों की त्वचा बहुत पतली होती है और चिकनाहट देने वाली ग्रंथियों की कमी होती है, इसलिए होंठ बहुत जल्दी सूख जाते हैं और फटने लगता है। क्लीजिंग के बाद बादाम युक्त क्रीम होंठों पर लगाएं और पूरी रात लगी रहने दें। यह त्वचा को कोमल बनाती है।
घरेलू उपचार के रूप में त्वचा को कोमल एवं कमनीय बनाने के लिए बादाम का तेल या दूध की मलाई भी प्रयोग की जा सकती है।
स्नान से पहले हल्दी व नींबू युक्त क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे त्वचा कोमल हो जाती है।
सर्दियों में कोहनी पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। इस भाग की त्वचा बहुत रूखी और कड़ी होती है क्योंकि यहां तैलीय ग्रंथियां नहीं होती। नींबू के दो भाग करके कोहनियों पर रगडें। इससे कोहनियों का रंग साफ हो जाता है।
स्नान करने के बाद कोहनियों पर मॉइश्चराइजर क्रीम अवश्य लगाएं।