कुरुक्षेत्र/करनाल/नई दिल्ली : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को हरियाणा के कुरूक्षेत्र में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में शिरकत कर उपस्थितजनों को संबोधित किया। इस दौरान शिवराज सिंह ने देशवासियों को गीता जयंती की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज गीता महोत्सव में आकर धन्य हो गया, मैं इस पवित्र धरती को बारंबार प्रणाम करता हूं, जहां 5 हजार 162 साल पहले भगवान श्रीकृष्ण ने कहा था कि जब-जब धर्म की हानि होगी, अधर्म बढ़ेगा, अन्याय बढ़ेगा, अत्याचार बढ़ेगा, तब-तब धर्म की रक्षा के लिए, अधर्म के नाश के लिए, सज्जनों के उद्धार के लिए और दुष्टों के संहार के लिए मैं बार-बार इस धरती पर आऊंगा। श्री शिवराज सिंह ने कहा कि आज मैं जो कुछ भी बेहतर कर पाया हूं, उसके पीछे केवल श्रीमद् भगवत गीता जी का आशीर्वाद है। मैं जो कुछ भी हूं, उसमें श्रीमद् भगवत गीता जी का ही योगदान है। वहीं, श्री शिवराज सिंह ने ग्राम सुल्तानपुर में ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं का अवलोकन किया और आईसीएआर के राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में वैज्ञानिकों, किसानों और लखपति दीदीयों से संवाद किया।
वन नेशन-वन इलेक्शन के लिए जनजागरण
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। एक वैभवशाली, गौरवशाली, सम्पन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत का निर्माण मोदी जी के नेतृत्व में हो रहा है। जल्द ही भारत अपनी आँखों के सामने विश्व गुरू बनेगा, इसमें कोई संदेह नहीं है, लेकिन हमेशा होने वाले चुनाव भारत की प्रगति और विकास में एक बाधा है। भारत में पांचों साल, बारह महीने चुनाव की तैयारी चलती रहती है। लोकसभा चुनाव से निपटे तो विधानसभा चुनाव आ गए। हरियाणा, जम्मू कश्मीर, महाराष्ट्र, झारखंड से निपटे तो अब दिल्ली के लिए ताल ठोक रहे हैं। अब बिहार के चुनाव होंगे, वहाँ से निपटेंगे तो और चुनाव होंगे। पांच साल सारे राजनैतिक दल केवल चुनाव की तैयारियों में ही जुटे रहते हैं, जिससे जनकल्याणकारी काम और विकास के काम पीछे रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमेशा होने वाले चुनाव में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक और अधिकारी-कर्मचारियों का समय नष्ट होता है और विकास के काम ठप्प हो जाते हैं और इसलिए संविधान में संशोधन कर 5 साल में एक बार सभी विधानसभा और लोकसभा के चुनाव एक साथ होने चाहिए। इसके लिए हमें जनजागरण करना चाहिए।
जय जवान, जय किसान और जय अनुसंधान
केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हरियाणा के करनाल में आईसीएआर- डेयरी अनुसंधान संस्थान में वैज्ञानिकों, किसानों और लखपति दीदीयों से संवाद किया। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं अतिथि कैसे हो सकता हूं, मैं तो मामा हूं। हमारे दिल के रिश्ते हैं, हम सब एक परिवार है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश में एक तरफ खेती को लेकर काम कर रहे हैं तो दूसरी तरफ डेयरी और पशुपालन को लेकर भी तेज़ी से काम किया जा रहा है। शिवराज सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने कहा था- जय जवान, जय किसान। उसमें श्री अटल बिहारी वाजपेई जी ने जोड़ा जय जवान, जय किसान और जय विज्ञान। वहीं प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान। ये अनुसंधान बेहद ही जरूरी है। वहीं, शिवराज सिंह ने कहा कि भारत को दुनिया का फूड बॉस्केट बनाना है और दूध का भी सबसे बड़ा उत्पादक हर दृष्टि से बनाना है, इसमें एनडीआरआई जैसे संस्थानों की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है।
सुल्तानपुर संपूर्ण विकसित और आदर्श गांव
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने ग्राम सुल्तानपुर में ग्रामीण विकास मंत्रालय की परियोजनाओं का अवलोकन किया और स्व-सहायता समूहों से जुड़ी बहनों से संवाद भी किया। इस दौरान शिवराज सिंह ने कहा कि मेरी इच्छा थी कि मैं हरियाणा के गाँव में जाऊँ, विकास के काम देखूं और संवाद करूं। उन्होंने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि सुल्तानपुर एक सम्पूर्ण विकसित और आदर्श गाँव है। यहाँ गंदे पानी को साफ करने की अद्भुत पद्धति पर काम हो रहा है। यहाँ ई-लाइब्रेरी है, कॉमन सर्विस सेंटर है, स्वास्थ्य और बेहतर शिक्षा की व्यवस्था है, सामुदायिक भवन है, ये एक साफ-सुथरा गाँव है। यहां सरपंच, पूर्व सरपंच सब मिलकर साथ काम करते हैं। सामूहिकता की ये भावना हमारे गांव को बहुत आगे ले जाएगी और सुल्तानपुर इस मामले में प्रेरणा है। मनरेगा के कामों का बहुत बेहतर उपयोग हुआ है। ड्रोन दीदी से भी मुलाकात हुई और आजीविका मिशन के माध्यम से बहनें अपनी गरीबी दूर कर रही हैं। बहनों ने कई तरह की आर्थिक गतिविधियां प्रारंभ की है। उन्होंने कहा कि मैं मानता हूँ कि प्रेम ही भगवान है। किसानों और गरीबों की सेवा ही भगवान की पूजा है। किसान भी आगे बढ़े, गरीब भी आगे बढ़े और हमारी दीदियाँ तो आगे बढ़ ही रही हैं।
किसान कल्याण सर्वोच्च प्राथमिकता
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में लगातार हम प्रयत्न कर रहे हैं कि किसानों का उत्पादन बढ़े, उत्पादन की लागत घटे और उन्हें उत्पादन का ठीक दाम मिले। मैं हरियाणा की सरकार को बधाई दूंगा कि उसने 23 फसलों पर एमएसपी देने का फैसला किया है। बिना एमएसपी के कोई फसल नहीं रहेगी और ये तो धान का कटोरा है, यहां का धान तो अरब देशों तक जा रहा है। वहीं शिवराज सिंह ने कहा कि सरकार की छह प्राथमिकताओं में किसानों के नुकसान की भरपाई और खेती का विविधिकरण भी शामिल है। उन्होंने कहा कि यहां मुख्य रूप से धान और गेहूं की फसलें होती है, लेकिन थोड़ा डाईवर्सिफिकेशन भी करना पड़ेगा, क्योंकि हमें दालें आयात करनी पड़ती हैं, तेल आयात करना पड़ता है, इसलिए फैसला किया है कि तूअर, मसूर, उड़द किसान जितनी भी पैदा करेंगे, पूरी की पूरी एमएसपी पर खरीदी जाएगी। इसके अलावा धान के किसानों के लिए हमने एक फैसला किया है कि बासमती के निर्यात पर जो मिनिमम सपोर्ट प्राइस लगती थी, वो खत्म कर दी गई है। धान निर्यात होगा तो किसानों को और फायदा होगा।