नई दिल्ली: केंद्र ने बुधवार को सबसिडी वाली दालों के अपने कार्यक्रम का विस्तार करने की घोषणा की। अब सरकार बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए ‘भारत’ ब्रांड के तहत साबुत चना और मसूर दाल की भी बिक्री करेगी। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सहकारी नैटवर्क भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (एनसीसीएफ), भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नेफेड) और केन्द्रीय भंडार के जरिए साबुत चना 58 रुपए प्रति किलोग्राम और मसूर दाल 89 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जाएगा। जोशी ने इस पहल के दूसरे चरण को भी पेश किया। उन्होंने कहा, ‘हम मूल्य स्थिरीकरण कोष के अंतर्गत रखे गए अपने भंडार को सबसिडी वाली कीमत पर बेच रहे हैं।’ सरकार ने सहकारी समितियों को 3 लाख टन चना और 68,000 टन मूंग आवंटित किया है।
इस अवसर पर खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के राज्यमंत्री बीएल वर्मा और निमुबेन जयंतीभाई बांभणिया भी उपस्थित रहे। प्रथम चरण के अंतर्गत वर्तमान दरें गेहूं के आटे के लिए 30 रुपए प्रति किलोग्राम (27.50 रुपए से ऊपर), चावल के लिए 34 रुपए प्रति किलोग्राम (29 रुपए से अधिक), चना दाल के लिए 70 रुपए प्रति किलोग्राम (60 रुपए से ऊपर) हैं। मूंग दाल तथा मूंग साबुत की कीमत क्रमश: 107 रुपए प्रति किलोग्राम और 93 रुपए प्रति किलोग्राम है। सरकार प्याज के लिए 35 रुपए प्रति किलोग्राम और टमाटर के लिए 65 रुपए प्रति किलोग्राम की दर बनाए रखने की भी कोशिश कर रही है। केंद्रीय मंत्री ने इस वर्ष दालों के बेहतर उत्पादन की उम्मीद जताई है क्योंकि सरकार ने दालों के समर्थन मूल्य में काफी वृद्धि की है।