महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण के मामले अधिक

नई दिल्ली: वैज्ञानिकों ने इस बात के जैविक कारणों का पता लगाया है कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों के कोविड-19 से गंभीर रूप से संक्रमित होने की आशंका अधिक क्यों होती है। वैज्ञानिकों के इस अध्ययन से अब कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए प्रभावी एवं कारगर नई रणनीति बनाने में मदद मिल सकेगी।.

नई दिल्ली: वैज्ञानिकों ने इस बात के जैविक कारणों का पता लगाया है कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों के कोविड-19 से गंभीर रूप से संक्रमित होने की आशंका अधिक क्यों होती है। वैज्ञानिकों के इस अध्ययन से अब कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए प्रभावी एवं कारगर नई रणनीति बनाने में मदद मिल सकेगी। आई-साइंस पत्रिका में यह शोध प्रकाशित हुआ है, जिसमें चूहों पर किए गए प्री-क्लिनिकल शोध के बारे में जानकारी दी गई है। इस प्री-क्लिनिकल शोध को अभी तक मनुष्यों में दोहराया जाना बाकी है, लेकिन शोध में पता चला है कि एसीई2 प्रोटीन महिलाओं के मुकाबले पुरुषों के कोविड-19 से गंभीर रूप से संक्रमित होने की प्रमुख वजह है।

कोशिका की बाहरी सतह पर स्थित एसीई2 प्रोटीन रक्तचाप और सूजन को नियंत्रित करने तथा अंगों को अतिरिक्त सूजन से होने वाले नुकसान से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सार्स-कोव-2 संक्रमण के दौरान कोरोना वायरस स्पाइक प्रोटीन कोशिका में प्रवेश करने और उसे संक्रमित करने के लिए एसीई2 प्रोटीन पर चिपक जाता है। कनाडा के टोरंटो विश्वविद्यालय में इस शोध के वरिष्ठ लेखक हाइबो झांग ने कहा, ‘महिलाओं की तुलना में पुरुषों में कोविड-19 की गंभीरता और मृत्यु दर बहुत अधिक है, लेकिन इसके कारणों को अब तक कम ही समझा जा सका है।’

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