Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rocket domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/dainiksaveratimescom/wp-includes/functions.php on line 6114
BIMSTECforeignministersmetPMModi
विज्ञापन

बिम्सटेक के विदेश मंत्रियों ने PM Modi से की भेंट, आपसी तथा क्षेत्रीय सहयोग के मुद्दों पर की चर्चा

भारत सहित बंगाल की खाड़ी से जुड़े देश के चुनिंदा पड़ोसियों के समूह बिम्सटेक के विदेश मंत्रियों

- विज्ञापन -

नयी दिल्ली: भारत सहित बंगाल की खाड़ी से जुड़े देश के चुनिंदा पड़ोसियों के समूह बिम्सटेक के विदेश मंत्रियों ने शुक्रवार को यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की और उनके साथ आपसी तथा क्षेत्रीय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री कार्यालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बिम्सटेक के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की और बिम्सटेक की अगली शिखर बैठक सितंबर में कराने में थाईलैंड को भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।

भारत इस समय बिम्सटेक विदेश मंत्रियों के सम्मेलन की यहां मेजबानी कर रहा है। सितंबर में बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के संदर्भ में इस बैठक का विदेश महत्व है।विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने बिम्सटेक मंत्रियों के समूह के साथ कनेक्टिविटी, ऊर्जा, व्यापार, स्वास्थ्य, कृषि, विज्ञान, सुरक्षा और लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग को और मजबूत करने पर सार्थक चर्चा की। उन्होंने आर्थिक और सामाजिक विकास के इंजन के रूप में बिम्सटेक की भूमिका पर बल दिया।

श्री मोदी ने एक शांतिपूर्ण, समृद्ध, हर स्थिति के अनुकूल और सुरक्षित बिम्सटेक क्षेत्र के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की तथा भारत की ‘पड़ोसी सर्वप्रथम ’ और ‘पूर्व की ओर दृष्टि’ जैसी नीतियों के साथ-साथ क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास के संदर्भ में सागर विजन में इसके महत्व पर प्रकाश डाला। इस क्षेत्रीय सहयोग संगठन को बैंकॉक-घोषणा पत्र के तहत 1997 में स्थापित किया गया था। आरम्भ में इसमें केवल चार सदस्य देश (बांग्लादेश, भारत, श्रीलंका और थाईलैण्ड ) थे और इसे ‘बीआईएसट-ईसी’ कहा गया था। अब इसमें बांग्लादेश, भारत, बर्मा, श्रीलंका, थाईलैण्ड, भूटान और नेपाल सदस्य थे।

Latest News