पलवल पहुंचे CM मनोहर लाल, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा भी रहे मौजूद

पलवल पहुंचे CM मनोहर लाल, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा भी मौजूद रहे। पलवल, फरीदाबाद के नव नियुक्त सरपंच,पंचायत और जिला परिषद सदस्यों के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल का सम्बोधन करते हुए जिला के नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों को नए दायित्व की बधाई दी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने आज स्वामी.

पलवल पहुंचे CM मनोहर लाल, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा भी मौजूद रहे। पलवल, फरीदाबाद के नव नियुक्त सरपंच,पंचायत और जिला परिषद सदस्यों के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल का सम्बोधन करते हुए जिला के नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों को नए दायित्व की बधाई दी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने आज स्वामी विवेकानंद की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस, कल लोहड़ी और परसों मकर सक्रांति, दक्षिण के पोंगल की सभी को शुभकामनाएं दी हैं।

उन्होंने आगे कहा कि गांधी जी का देश की आजादी से पहले स्वपन था कि ग्राम सुराज पंचायती राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधि जो चुनकर आते है इनके माध्यम से सुराज नीचे तक पहुंचता है। पंचायत का प्रतिनिधि धरातल तक योजनाएं ले जाने में बेहद कारगर रहा। पंचायत चुनाव में 70 हजार प्रतिनिधि चुने गए। पंचायत 11 लाख, सरपंच 5 लाख, पंच के लिए 50 हज़ार की प्रोत्साहन राशि निर्धारित की, जिसके चलते 300 करोड़ रुपए की राशि प्रोत्साहन स्वरूप जारी की है। पंचायतों की परंपरा ऋग्वेद में भी आती, पंच को परमेश्वर का दर्जा और पुराने समय से पंचायतों पर भरोसा रहा। टी बचाओ-बेटी पढ़ाओ को जन आंदोलन बनाने में खाप-पंचायतों ने प्रशंसनीय काम किया। पंचायतों को सुदृढ बनाने के लिए पढ़े-लिखे प्रतिनिधि बनाने का कार्य किया है। इस बार बेटियां भी चुनकर आई, महिलाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व मिला।

सुप्रीम कोर्ट में भी हरियाणा की इस पहल को भी प्रशंसनीय बताया गया। समाज मे शुद्धता की शुरुआत स्वयं से करनी चाहिए। पंचायतों को स्वायत बनाने के लिए परसों निर्णय किया – पंचायत, पंचायत समिति व जिला परिषद अपना पैसा खुद खर्च करेंगी, इसमे सरकार हस्तक्षेप नहीं करेगी। हरियाणा सरकार ने 1100 करोड़ रुपए पंचायती राज संस्थाओं के मदर चाइल्ड अकॉउंट में हस्तांतरित कर दिए। भ्रष्टाचार के खिलाफ़ भावना जगाई, सख्ती बढ़ाई, सिस्टम को तकनीक के इस्तेमाल से पारदर्शी बनाया।

किसानों के खाते में अब हर साल 20 से 25 हजार करोड़ फसलों की कीमत सीधे जाती है। सबका साथ, सबका विश्वास, सबका प्रयास, के सिंद्धांत पर पंचायतें काम करें। हरियाणा एक-हरियाणवी एक का नारा सब पंचायत प्रतिनिधियों के लिए है। अभावग्रस्त लोगों के स्तर को ऊंचा उठाना। परिवार पहचान पत्र के माध्यम से चिरायु हरियाणा आदि कार्यक्रम के माध्यम से जरूरतमंदों की मदद की है। अच्छा काम करने वाली पंचायतों को सम्मानित करेंगे। पिछली बार 7 स्टार पंचायत का प्रयोग किया, प्रोत्साहन के लिए अच्छा कार्यक्रम चलाएंगे, जो गलत करेंगे उनको दण्डित करेंगे।

 

 

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