कनाडा जाने की कर रहे हो तैयारी तो हो जाएं सावधान, एयरपोर्ट पर हो रहा हैं ये काम

भारत न केवल एक बढ़ती हुई शक्ति है, बल्कि वह दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाले देशों में से है और दुनिया की पांचवीं नंबर की अर्थव्यवस्था है। भारत को पश्चिम के देश चीन के ख़िलाफ़ एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच के रूप में देखते हैं। यह भारत में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में भी नज़र.

भारत न केवल एक बढ़ती हुई शक्ति है, बल्कि वह दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाले देशों में से है और दुनिया की पांचवीं नंबर की अर्थव्यवस्था है। भारत को पश्चिम के देश चीन के ख़िलाफ़ एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच के रूप में देखते हैं। यह भारत में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में भी नज़र आया था। सम्मेलन के दौरान जारी संयुक्त बयान में यूक्रेन पर हमले की निंदा तो की गई थी, लेकिन रूस का नाम नहीं लिया गया था।

इससे यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगी देश भी सहमत थे। उन्होंने इस बयान पर विवाद की जगह भारत के साथ संबंधों को बचाने को प्राथमिकता दी। हालांकि इससे यूक्रेन में कुछ लोग नाराज़ हो गए थे। पश्चिम के देशों में दूसरा डर इस बात का है कि कनाडा और भारत के विवाद में कुछ देश किसी का पक्ष लेना शुरू कर देंगे। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया है कि पश्चिमी कनाडा में इस साल जून में हुई एक खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत का हाथ है। उनके इस बयान के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत और कनाडा के बीच बढ़ते इस तनाव के बीच सिरसा के एक युवक को कनाडा जाने से रोका गया। युवक को दिल्ली एयरपोर्ट से वापस लौटाया गया।

सिरसा के खन्ना कॉलोनी के एक युवक को दिल्ली एयरपोर्ट पर कनाडा जाने से रोक दिया गया। एयरलाइंस ने बिना कोई ठोस कारण बताए उन्हें चार घंटे इंतजार करवाया और फिर वापस भेज दिया। इस मामले में पीड़ित युवक दीपक पुरी का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। दीपक पुरी ने बताया कि उनके कारण पूछने पर भी एयरलाइंस के कर्मचारियों ने कोई ठोस जवाब नहीं दिया। बस उसे यह कह कर लौटा दिया गया कि एयरलाइंस की तरफ से 24 घंटे में मेल के माध्यम से कारण बताएंगे। दीपक सिरसा का रहने वाला है और आठ दिन के लिए कनाडा जा रहा था। करीबन चार घंटे इंतजार करवाने के बाद उन्होंने फ्लाइट कैंसिल कर दी। दीपक ने कहा कि एयरलाइंस वालों के पास कोई ठोस कारण नहीं था। वहां पर मौजूद कई अन्य लोगों के साथ भी ऐसा ही व्यवहार किया गया।

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