गुड़ को गुणकारी कहा जाता है, यह चीनी, शक्कर एवं उससे बनी चीजों तथा सभी मिठाइयों से बेहतर होता है। गुड़ के सेवन से शरीर में होने वाले कई रोग ठीक हो जाते हैं। परिश्रमी लोगों के लिए यह अत्यंत लाभकारी है। इसे खाने से थकावट मिट जाती है। गुड़ मीठा होता है किंतु यह.
वक्त से पहले समय चक्र से भी आगे निकलने की होड़, अपर्याप्त विश्राम, अनियमित भोजन, आटोमेटाइजेशन अर्थात् हर चीज में स्वयंचालन के प्रवेश से शारीरिक श्रम के ह्रास और अत्यधिक तनाव के भीतर जी रहे लोगों में उन सामान्य शारीरिक और मानसिक मूल्यों का ह्रास हो रहा है जो हमारी काया को स्वस्थ और स्वाभाविक.
आपकी डाइट और फिटनेस आजकल कि लाइफस्टाईल को काफी हद तक प्रभावित करती है। इसलिए यदि आप शरीर की स्पैशल केयर करते हैं तो ऐसे में बीमारी होने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है और वहीं आप लंबे समय तक स्वस्थ भी बने रहते हैं। आजकल कि लाइफस्टाईल एसी हो गई है.
गर्मियों के मौसम में प्यास बुझाने के लिए लोग ठंडा पानी पीना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, जिसे आप प्यास बुझाने के लिए अच्छा मानते हैं, वह आपके पाचन तंत्र पर भारी पड़ सकता है। जी हां, पानी जितना ठंडा होगा, रिजल्ट उतने ही नुक्सानदायक होंगे। आयुर्वेद की मानें तो वह भी.
गर्मी में छाछ पीने का मजा ही अलग है। यह ड्रिंक पेट के लिए काफी फायदेमंद होती है, साथ ही कई सारी स्वास्थ्य समस्याओं से राहत देती है। भारत में कई जगह इसे मट्ठा भी कहा जाता है। अधिकतर लोग छाछ में नमक मिलाकर पीना पसंद करते हैं, मगर ये बहुत बड़ी गलती है। छाछ.
जब भी फिटनैस की बात होती है, तब पैदल चलना सब से सरल और अधिक असरदार माना जाता है। जो भी सजग हैं और बढ़ती उम्र को थाम लेना चाहते हैं, अच्छी सेहत के आनंद से वंचित नहीं रहना चाहते वे इस के लिए सब से बढ़िया नुसखा आजमाते हैं और पैदल चलना शुरू कर.
वैसे तो रोजाना घर की साफ सफाई की जाती है हर एक चीज चमकाई भी जाती है। परन्तु क्या आपको यकीं है के हर रोज सफाई करने के बाद भी आपका घर कीटाणुओं से सुरक्षित है ? दरअसल, खिड़कियां,दरवाजे,वाशिंग मशीन, रसोई में इस्तेमाल होने वाली मशीने जैसे मिक्सर,जूसर आदि छोटी-छोटी जगहों में कीटाणु बहुत जल्दी.
नई दिल्ली: ‘धरती गर्म हो रही है और जलवायु परिवर्तन के कारण मच्छरों के प्रजनन की अवधि में विस्तार होता जा रहा है, ऐसे में मच्छरों का प्रकोप और बढ़ेगा तथा ये उन क्षेत्रों में बढ़ेंगे जहां पहले मच्छरों की संख्या कम हो गई थी।’ यह दावा एक विशेषज्ञ ने किया है। रेकिट बेंकिजर में.
फसलों को नुक्सान से बचाने के लिए किसान खेतों में कीट-नाशकों का छिड़काव करते हैं। ऐसे में सब्जियों की सफाई करना बहुत जरूरी हो जाता है। जिन फलों और सब्जियों को हम सेहत बनाने के लिए खाते हैं उन्हें कई प्रकार की कृत्रिम खादों और कीट- नाशकों का प्रयोग करके उगाया जाता है। फसलों को.
न्यूयॉर्क: चैटजीपीटी मरीजों के सवालों के जवाब में उच्च गुणवत्ता वाली, सहानुभूतिपूर्ण सलाह देने में चिकित्सकों से बेहतर प्रदर्शन करता है। एक शोध में यह बात सामने आई है। इस बारे में व्यापक अटकलें लगाई गई हैं कि चैटजीपीटी जैसे आर्टिफिशियल इंटैलीजैंस (एआई) सहायकों में अग्रिमों का उपयोग चिकित्सा में कैसे किया जा सकता है।.